Sunday, August 21, 2011

मीजल्स बीमारी की रोकथाम में बड़वानी अव्वल

बच्चों को होने वाली मीजल्स बीमारी के टीकाकरण के क्षेत्र में बड़वानी जिले ने प्रथम स्थान पर आकर बता दिया है कि जनसहयोग एवं संसाधनों के सर्वोत्तम उपयोग और समर्पण की भावना से कार्य किया जाये तो मीजल्स से बच्चों की मौत होने की पीड़ा से मुक्ति पाई जा सकती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट अनुसार विश्व में मीजल्स से मरने वाले बच्चों में से 60 प्रतिशत बच्चे भारत के होते हैं। इस प्रकार प्रतिवर्ष भारत में 60 हजार से एक लाख बच्चों की मौत इस बीमारी से होती है। यह संख्या किसी भी देश में मीजल्स से मरने वाले बच्चों की संख्या में सर्वाधिक है। मध्यप्रदेश में भी मीजल्स से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले जिलों में अलीराजपुर, बड़वानी, झाबुआ, शिवपुरी, टीकमगढ़ जिला सम्मिलित हैं। इस तथ्य के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इन पांचों जिलों को अपने मीजल्स टीकाकरण के पायलट प्रोजेक्ट में सम्मिलित कर 6 से 31 दिसम्बर तक अभियान चलाया गया। अभियान में 9 माह से 10 वर्ष तक के शत-प्रतिशत बच्चों को टीकाकरण करवाने का चैलेंज जिला प्रशासन को सौंपा था।
बड़वानी जिले ने इस अभियान को जन आंदोलन का स्वरूप प्रदान करते हुए इस कार्य में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों, महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमले, स्कूलों के शिक्षकों, सभी विभागों के जिला अधिकारियों सहित लोकसभा, विधानसभा एवं त्रि-स्तरीय पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों, विभिन्न सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं, धार्मिक-सामाजिक-आर्थिक संगठनों के पदाधिकारियों तथा मीडिया के बंधुओं का सहयोग लेकर जिले में दो लाख 93 हजार 533 बच्चों का मीजल्स टीकाकरण करने में सफलता प्राप्त की है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ताजा रिपोर्ट अनुसार मध्यप्रदेश के पांच जिलों में संचालित इस मीजल्स टीकाकरण अभियान में बड़वानी जिले ने लक्ष्य के विरुद्ध 94.14 प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। जबकि 80.29 प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त कर शिवपुरी जिला अंतिम स्थान पर रहा है। भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि एवं बांग्लादेश के रहवासी डॉ. मीर्जानुर रहमान ने शासन को भेजी अपनी रिपोर्ट में भी बड़वानी जिले की इस उपलब्धि की भूरि-भूरि प्रशंसा की है।
बड़वानी जिला प्रशासन ने जिले के नौनिहालों को बचाने हेतु संचालित इस अभियान में सीधा एवं प्रभावशाली सहयोग देने के लिये स्थानीय जन-प्रतिनिधियों सहित सभी का आभार मानते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि अभियान से छूट गये 5.86 प्रतिशत बच्चों को भी मीजल्स का टीका लगाकर शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने में सभी इसी प्रकार अपना सहयोग प्रदान करेंगे।

No comments:

Post a Comment